छत्तीसगढ़ में थर्ड जेंडर को भी पेंशन: हर माह मिलेंगे 350 रुपए, 3000 से ज्यादा की पहचान, समाज कल्याण विभाग ने मंगाए आवेदन
छत्तीसगढ़ में पहली बार थर्ड जेंडर के लोगों को पेंशन दिया जाएगा। समाज कल्याण विभाग की ओर से अभी तक बुजुर्गों, परित्यक्त, दिव्यांग (बौने भी), निराश्रितों और विधवाओं को ही इस तरह की पेंशन दी जा रही थी। लेकिन राज्य सरकार ने अब थर्ड जेंडर वालों को भी पेंशन देने का फैसला किया है।
इसके लिए ऐसे लोगों को विभाग की वेबसाइट में ऑनलाइन आवेदन करना होगा। विभाग ने अभी तक 3058 थर्ड जेंडरों की पहचान भी कर ली है। इनमें 1229 को पहचान प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है। इसके अलावा 1829 को प्रमाण पत्र जारी करने का काम जारी है।
1 मार्च से अभी तक 600 से ज्यादा थर्ड जेंडरों ने पेंशन के लिए आवेदन भी जमा कर दिया है। विभाग की ओर से इन आवेदनों की जांच के बाद 350 रुपए महीना पेंशन दिया जाएगा। यह रकम उनके बताए खातों में ऑनलाइन जमा की जाएगी। थर्ड जेंडर के लोगों को आवेदन करने में बड़ी छूट भी दी गई है।
यानी उन्हें किसी भी विभाग या अफसर से ये प्रमाणित नहीं करवाना होगा कि वे थर्ड जेंडर की कैटेगरी से हैं। उन्हें केवल स्वघोषणा पत्र देना होगा। यानी खुद ही प्रमाणित करना होगा कि वे थर्ड जेंडर से हैं। इसके लिए उन्हें फोटो लगाना अनिवार्य किया गया है।
विभाग ने इस योजना का प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है। यही वजह है कि दो हफ्ते में ही सैकड़ों आवेदन जमा हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा आवेदन रायपुर जिले से ही जमा हुए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस साल के बजट में भी थर्ड जेंडरों के पेंशन के लिए रकम का प्रावधान भी कर दिया है।